धंनजय जाट/आष्टाः- राजश्री एजुकेशन सोसायटी फॉर प्रोफेशन स्टडी द्वारा संचालित राजश्री कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज आष्टा में 1 नवम्बर को प्रध्यप्रदेश स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम से पूर्व राष्ट्रीय गान और मध्यप्रदेश गान हुआ। महाविद्यालय में निबंध लेखन व रांगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें साभी विद्यार्थियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय संचालक श्री बी.एस. परमार द्वारा मध्यप्रदेश की स्थापना को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि देश के बीचो-बीच बसे इस राज्य की स्थापना की कहानी बहुत पुरानी है राज्य के पुनर्गठन के लिए राज्य पुनर्गठन आयोग बनाया गया।
आयोग के सामने तमाम तथ्य और सिफारिशों को रखने के लिए पंडित रविशंकर शुक्ल के नेतृत्व में महाकौशल के नेताओं ने एक बैठक की गई। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि महाकौशल, ग्वालियर-चंबल, विध्ंय प्रदेश और भोपाल के आसपास के हिस्सां जोड़कर एक प्रदेश बनाया जाए।
मध्यप्रदेश के गठन के समय प्रदेश में कुल 43 जिले ही बनाए गए थे, लेकिन वर्तमान में बढती आबादी के कारण व्यवस्थाओं कों सुचारू ढंग से चलाने के लिए अब तक मध्यप्रदेष में कुल 55 जिले बनाए जा चुके है।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विद्यार्थियों के साथ महाविद्यालय प्र.प्रा. अर्जून परमार, सविता बैरागी, रामवती मेवाडा, मनोज कमलोदिया, ओमप्रकाश मेवाडा, राहुल सेन, प्रहलाद मेवाडा, द्वारकाप्रसाद करमोदिया, पुष्पा मेवाडा, मनीष सोलंकी, भैयालाल वर्मा, दीपिका जैन, दीपिका जाधव, अखिलेश सक्सेना, महेश ठाकुर, नेहा सेन, रीना चौरसिया, बहादुर सिंह व रवि मेवाडा आदि उपस्थि रहे।