धंनजय जाट आष्टाः- वैसे तो मौसमी बीमारियो के वायरस हम मानवों के आगे पीछे मंडराते रहते है, इनसे डर कर जीने की जरूरत नहीं, बल्कि जागरूकता, सचेत व सजग रहकर मुकाबला करने की जरूरत रहती है।

ग्रामीण क्षेत्र ग्राम टांडा में डेंगू बुखार का प्रकोप फैलते देख, अरविंद- बंशीलाल धनवाल ने स्थानीय प्रशासन को तत्काल सूचित किया और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने तुरंत संज्ञान लेकर ग्राम टांडा एव मालीखेड़ी में एक सर्वे दल भेजकर स्थिति को जाना।

स्वास्थ्य विभाग, आंगनबाड़ी एवं शिक्षा विभाग के संयुक्त दल ने ग्रामीणों से, डेंगू बुखार के प्रकोप से बचने के सभी उपायों पर बातचीत की, तथा नालियों की साफ-सफाई , ठहरे हुए जल की निकासी, पानी की टंकियां, पशुओ को पानी पिलाने वाले कुन्डे, हैंडपंपों के पास नियमित साफ-सफाई एवं जल निकासी पर ग्रामीणों को समझाइश दिया ,और कहा कि किसी भी मौसमी बीमारी से बचाव के लिए जन जागरूकता सबसे बड़ा व कारगर उपाय है।

इस मौके पर श्री धनवाल ने साथ लेकर ग्राम टांडा की नालीयाँ, गलियां एवं अन्य जलभराव वाले स्थानों पर डेंगू निरोधक दवा का छिड़काव करवाया।

जनजागृति अभियान में स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर बी.एस. परमार, प्रकाश पटेल, दशरथ मेवाड़ा, सुहाग मल मेवाड़ा, डॉक्टर सुभाष मेवाडा, प्रकाश कोल, चंदरसिंह राठौर, सौभाग्य सिंह राजपूत, संजय मेवाड़ा, पप्पू मेवाड़ा, माखन सिंह मेवाडा,

सतीश मेवाडा, एलकार सिंह राजपूत, ऊकारी लाल जाट, नंदकिशोर जाट, बलवान मेवाड़ा, सोनू मेवाड़ा, राजेंद्र मेवाड़ा, अरविंद मेवाड़ा, दिनेश मेवाड़ा, सुभाष मेवाड़ा, भादर मालवीय, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आदि शामिल रहे।

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