धनंजय जाट/आष्टा:- नगर आष्टा में चार्तुमास के पावन क्षणो में जिनशासन गौरव अध्यात्म योगी आचार्य प्रवर पूज्य गुरूदेव उमेश मुनि जी म.सा. ‘अणु‘ के शिष्य आगम विशारद् बुद्ध पुत्र प्रवर्तक देव जिनेन्द्र मुनि जी म.सा. के शिष्य अणुवत्स पूज्य संयत मुनि जी म.सा., पूज्य तपस्वी रत्न अभय मुनि जी म.सा. पूज्य सेवाभावी जयंत मुनि जी म.सा., पूज्य शुभेष मुनि जी म.सा. की पावन शुभनिश्र्रा में तप-व्रत अनवरत् जारी हैं।

इसी श्र्रंखला में नगर की मासक्षमण की लाभार्थी श्रीमति शान्ति श्रीश्रीमाल एवं श्रीमति नमीता बोथरा ने मासक्षमण की 31 दिनो की कठिन तपस्या की। तपस्विनियो का वरघोडा गंज मंदिर से नगर के विभिन्न मार्गो से निकला।

जगह जगह पर तपस्विनियो के जयकार के घोष गुंजायमान हुए। धर्म, अध्यात्म एवं संस्कृति की पोषक आष्टा नगरी में वरघोडे में श्वेताम्बर जैन समाज के साथ नगर के अन्य गणमान्य नागरिकगण भी सम्मिलत हुए।

इस अवसर पर नीलम राधेश्याम सोनी द्वारा कालोनी चैराहे पर गीतांजली के पास वरघोडे में सम्मिलत होकर साल श्रीफल भंेट कर एवं पुष्प मालाओं से अभिभावदन किया।

इस अवसर शुभम जैन, प्रकाश जैन संस्कृति,य रवि कांवरिया, प्रभात धाडीवाल, महेन्द्र इंजिनियर, शिखर सुराणा, विलास जैन आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।


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