शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते हैं वे हमेशा समाज के लोगों को एक नई दिशा प्रदान करते हैं।
धनंजय जाट/आष्टा:- शासकीय कन्या उ.मा. विद्यालय आष्टा के पूर्व प्राचार्य एवं शिक्षक रामनारायण सोनी के सेवानिवृत्ति पर शुक्रवार को विदाई समारोह का आयोजन शासकीय कन्या उ.मा. विद्यालय आष्टा में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर विभिन्न शिक्षकों ने कहा कि शासकीय कन्या उ.मा. विद्यालय आष्टा में लगातार 10 वर्षों तक रामनारायण सोनी ने अपनी सेवा दी है। कहा कि वे विद्यालय के बच्चों के विकास में इनका योगदान सराहनीय रहा है। विद्यालय के प्राचार्य अमरसिंह परमाल ने कहा कि शिक्षा जगत में रामनारायण सोनी की एक विशेष पहचान है।
उनका क्रियाकलाप बच्चों एवं शिक्षकों को चिरस्मरणीय रहेगा और कहा कि योगदान एवं सेवानिवृत्त होना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। लेकिन अपने कार्यकाल में इन्होंने जिस तरह बेहतर प्रदर्शन किया वह हमेशा अनुकरणीय है। शिक्षक महेन्द्रसिंह मालवीय ने कहा कि शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते हैं वे हमेशा समाज के लोगों को एक नई दिशा प्रदान करते हैं।
शिक्षक भगवतसिंह राजपूत ने कहा कि अपने कार्यकाल में रामचरण सोनी ने छात्र-छात्राओं का हमेशा सही मार्गदर्शन किया जो कि एक शिक्षक का कर्तव्य होता है। शिक्षक रामचरण सोनी ने भी अपने उद्गार में कहा कि उनकी शिक्षा से लाभान्वित होकर कई छात्र-छात्राओं ने अपना करियर बनाया तथा समाज में एक मिसाल कायम की जो कि मुझसे कई बार व्यक्तिगत रूप से घर पर मिलने आते है और मुझसे आर्शीवाद व मार्गदर्शन लेते है जिससे मुझे भी कई गुना खुशी व गर्व की अनुभूति होती है।
मौके पर विद्यालय के विभिन्न शिक्षकों द्वारा उन्हें प्रतिक चिन्ह एवं शॉल श्रीफल देकर व पुष्प माला पहनाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर रामचरण सोनी के परिवारजन व मित्रगण सहित अन्य शिक्षक व स्कूली बच्चे भी उपस्थित थे।