धनंजय जाट/आष्टा:- नगर के नजर गंज में स्थित राधाकृष्ण मंदिर में आयोजित सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का चतुर्थ दिवस परम पूज्य श्री मिठूपुरा सरकार के श्री मुख से श्री श्यामा श्याम जी चेरिटेबल ट्रस्ट के तत्वधान में पितृपक्ष के उपलक्ष में श्रीमद् भागवत कथा का चौथे दिन में भगवान श्री कृष्ण का जन्म उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया।
कथा में पूज्य गुरुदेव कहते हैं सृष्टि निर्माण की कथा में मनु शतरूपा के वंश में 2 पुत्र उत्तानपाद और प्रियव्रत और तीन पुत्रियां अक्रूती देवहूति और प्रस्तुति के जन्म की कथा बड़े विस्तार से कहीं गई।
आज कथा में अयोध्या में महाराज दशरथ और कौशल्या जी के आंगन में भगवान श्री राम जी का जन्म नोमी तिथि चैत्र मास में भगवान प्रकट हुए श्री राम जी का जन्म उत्सव बड़े ही धूमधाम से कथा पंडाल में मनाया गया बधाई गीत गाए।
जिसके पश्चात भगवान श्री कृष्ण का जन्म की कथा का वर्णन करते हुए संत श्री मिट्ठू पूरा सरकार में सुनाया की मथुरा के राजा कंस की बहन देवकी का विवाह वसुदेव जी के साथ संपन्न हुआ कंस अपनी चचेरी बहन देवकी से बहुत प्रेम करता था।
उसने अपनी बहन देवकी को रथ में बिठाकर विदा किया उसी समय आकाशवाणी हुई कंस जिस बहन को तो खुशी खुशी विदा कर रहा है उस की आठवीं संतान तेरा काल होगी उसी समय कंस ने अपनी बहन देवकी बहनोई वसुदेव को मथुरा के कारागृह में बंद कर दिया और एक-एक करके उनके छह पुत्रों को मार डाला सातवे पुत्र के रूप में स्वयं बलराम जी जन्मे हुआ और आठवें पुत्र के रूप में भगवान श्री कृष्ण का दिव्य अवतार हुआ जब भगवान का जन्म हुआ तब कारागृह के सभी दरवाजे खुल गए देवकी वसुदेव के हाथ की हथकड़ी एवं बेड़ियां खुल गई इसके साथ ही गौ माता के ऊपर भी पूज्य गुरुदेव ने प्रकाश डाला।
आज कथा में ग्राम गोवा खेड़ा के शहीद लोकेंद्र सिंह ठाकुर को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई और भगवान से उपस्थित सभी भक्तों ने उनकी आत्मा शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की आज बड़ी संख्या में भक्तजन पधारे।
जिसमें प्रभात फेरी मंडल किराना व्यापारी संघ के साथ ही मेहतवाड़ा से पप्पू डॉक्टर साहब डॉ श्रीमती मीनासिंघी, खटाना कुमेर सिंह पटाडा, पहलाद सिंह सांगाखेड़ी, विजेंद्र सिंह भाटी, डॉक्टर रमेश जैन, गोपाल दास जी राठी , मुकेश गुलवानी, शेलू मेहता, जेपी सोनी, भुरु डोंगरे, कन्हैया लाल शर्मा, अनिल शर्मा, गंगा प्रसाद ताम्रकार, नन्नूमल मालवीय, चंदर सिंह जयसवाल, लोकेश, जीवन, संजय जैन, सवाई सिंह, बाबूलाल पूर्व पार्षद, भगवत मेवाड़ा, कैलाश पंडित पुजारी साहब, संजय धारवा, वर्षा धारवा, ललिता ठाकुर,रमेश चंद्र भूतिया आदि वरिष्ठ लोग भगवान की कथा में उपस्थित रहे