धनंजय जाट/आष्टा:- शिक्षको का राष्ट्र निर्माण में अमूल्य योगदान हैं। देश की आजादी की लडाई से लेकर आजादी के बाद राष्ट्र निर्माण में शिक्षको का योगदान अविस्मरणीय हैं। शिक्षको के दीर्घकालीन सेवाभाव से आज भारत के मानव संसाधन ज्ञान को संपूर्ण विश्व में अनूठी पहचान मिली हैं। भारत के युवा अपनी शिक्षा कौशलता के आधार पर विश्व के विकसित देशो के साथ ही विकासशील देशो में भी अच्छे पदो पर नौकरी कर रहे हैं। समाज को शिक्षको के प्रति हमेशा सम्मान का भाव रखकर उनकी राष्ट्र निर्माण में की गई भूमिका को सदैव याद रखना चाहिए। देश एवं प्रदेश की शासन व्यवस्था को भी शिक्षको के आत्मसम्मान का ध्यान रखकर उनकी दक्षता को शैक्षणिक कार्यो में ही उपयोग करना चाहिए। आने वाले समय में जहां मानव सभ्यता पृथ्वी ग्रह के साथ ही वातावरण के अन्य ग्रहो में भी मानवीय जीवन की संभावना तलाश रही हैं, ऐसी स्थिति में हमें विज्ञान, चिकित्सा, संचार एवं अन्य संगत विषयो के दक्ष शिक्षको का निर्माण करना होगा तभी भारत विश्व के सामने अपनी कौशल दक्षता को प्रमाणित कर सकेगा। उक्त आशय के उद्गार पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष कैलाश परमार ने सिविल अस्पताल में शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए। सेवानिवृत्त शिक्षक एवं वरिष्ठ समाजसेवी प्रेमनारायण गोस्वामी ने इस अवसर पर कहा कि कैलाश परमार मित्र मंडल द्वारा शिक्षक दिवस पर आयोजित यह कार्यक्रम शिक्षको के सम्मान की अनूठी परम्परा हैं, जो समाज को शिक्षको के प्रति सम्मान की प्रेरणा देता हैं। वरिष्ठ शिक्षक प्रेमनारायण शर्मा ने कहा कि शिक्षक को सदैव अपने में सेवा परायणता का भाव रखना चाहिए, तभी वह समाज में सम्मान का हकदार होगा। इस अवसर पूर्व राष्ट्रपति डाॅ सर्वपल्ली राधाकृष्णन एवं पूर्व राष्ट्रपति डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के चित्र के समक्ष माल्यार्पण कर उन्हे श्रृदांजली व्यक्त की गई। आयोजन समिति संयोजक प्रदीप प्रगति ने शिक्षकगण के सम्मान में स्वागत गीत गुरूवर तुम्हारे प्यार ने ऐसा सिखा दिया। शिक्षकगण प्रेमनारायण गोस्वामी, प्रेमनारायण शर्मा, बदामीलाल टेलर, कन्हैयालाल शर्मा, नानूराम नागदा, सी.एल. पैठारी, भागीरथ मालवीय, अब्दुल कादर, त्रिलोक बोहरा, भोलू सिंह ठाकुर, विनीत त्रिवेदी, मुकेश आर्य, गणेशप्रसाद शर्मा, मनोज परमार, विनोद चंद्रवंशी, संतोष परमार, धर्मेन्द्र परमार सहित अन्य शिक्षको का फूल माला एवं तिलक लगाकर सम्मान किया गया तथा सम्मान प्रतीक चिन्ह भेट किए तत्पश्चात् सिविल अस्पताल में उपचाररत् मरीजो को फल एवं बिस्किट का वितरण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी मोहन सिंह अजनोदिया, प्रदीप प्रगति, पूर्व पार्षद नरेन्द्र कुशवाह, सुभाष नामदेव, बाबूलाल मालवीय, अनिल धनगर, मखमल डुमाने, अजीतकुमार जैन, ठाकुरप्रसाद वर्मा, बापू सिंह मालवीय, अनिल भाटी, राहुल सुराणा, सुरेन्द्र परमार एडवोकेट, जहूर मंसूरी, सुनिल कचनेरिया एडवोकेट, संजय सुराणा, राज परमार, पल्लव प्रगति, मनोहर जयसवाल, इसराईल मंसूरी, नरेन्द्र ठाकुर खडी, मनमोहन परमार, दिव्यांश प्रगति, हंसराज कुशवाह, हेमराज कुशवाह, रिषु प्रगति, नरेन्द्र ठाकुर बागैर सहित कई लोग उपस्थित थे। संचालन सुरेन्द्र परमार ने किया तथा आभार पल्लव प्रगति ने व्यक्त किया