धनंजय जाट/आष्टा: समाज और संसार में दया ही श्रे्ष्ठ धर्म हैं। अगर अपने से दीनहीन, अहाय, अभावग्रस्त, आश्रित, मरीज, वृद्व, विकलांग, जरूरतमंद व्यक्ति की सेवा करेगे तो वह ईश्वर सेवा से बढ़कर होती हैं। सेवा ही मानव जीवन का सौंदर्य और श्रृंगार हैं। सेवा न केवल मानव जीवन की शौभा हैं, अपियु यह भगवान की सच्ची पूजा भी हैं। सेवा से संतोष एवं असीम शांति प्राप्त होती हैं। प्रकृति भी मनुष्य को कदम कदम पर परोपकार की शिक्षा देती हैं। पेड-पौधे, जीव जंतु उत्पन्न होते हैं ओर मानव का जीतना भी उपकार कर सकते हैं करते हैं तथा बाद में प्रकृति में लीन हो जाते हैं। इसलिए हर व्यक्ति को परोपकारी जीवन जीते हुए ईश्वर प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए। उक्त सेवा संकल्प के साथ आज मालव माटी के प्रसिद्व संत पंडित कमल किशोर जी नागर का जन्मदिन नागर गौसेवा मंडल द्वारा स्थानीय शासकीय सिविल अस्पताल में मरीजो को फल-दूध वितरण कर श्रृद्वापूर्वक मनाया गया। पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष कैलाश परमार, भूमि विकास बैंक के पूर्व अध्यक्ष देवी सिंह परमार, पं. नागर गौभक्त मंडल संरक्षक शिवनारायण परमार, पूर्व पार्षद नरेन्द्र कुशवाह, अनार सिंह मेवाडा, फूल सिंह ठाकुर ईलाही, मुंशीलाल परमार, रामनारायण वर्मा, प्रमोद ठाकुर, जीतेन्द्र शोभाखेडी, हरिचरण परमर, बाबूलाल परमार, स्टेशनरी व्यापारी संघ अध्यक्ष पल्लव जैन प्रगति, राज परमार, मनीष खत्री, जीतेन्द्र परमार, परमानंद परमार, लोकेन्द्र सिंह परमार, शैलेन्द्र सिंह परमार, राजेन्द्र सिंह ठाकुर, तेज सिंह राठौर, धीरज सिंह ठाकुर, कुॅवरलाल परमार, जितेन्द्र सिंह ठाकुर सहित अन्य भक्तगण उपस्थित थे।

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