धंनजय जाट/आष्टा:- केशव माधव स्मृति न्यास के तत्वावधान द्वारा 14 अगस्त को रात्रि 9 बजे स्थानीय कार्यालय पर अखण्ड भारत दिवस कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। सर्वप्रथम नगर संघचालक पारसमल सिंघवी ने भारत माता के चित्र का पूजन, माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया। उसके पश्चात भारत माता की आरती की गयी।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता नगर के बौद्धिक प्रमुख रमेशचन्द्र भूतिया ने कहा कि आजादी से ठीक 1 दिन पहले पाकिस्तान का जन्म हुआ लेकिन हम लोग शायद भूल गए कि 1876 में अंग्रेजों ने अफगानिस्तान को,1906 में भूटान को,1935 में श्रीलंका को 1937 में बर्मा (म्यांमार) को अलग किया। और 1947 पाकिस्तान नाम के देश ने जन्म लिया जो बाद में दो भागों में टूटा और बांग्लादेश अस्तित्व में आया।
अक्सर कहा जाता है कि भारत विश्व गुरु का दर्जा पुनः हासिल करेगा। मान्यता है कि भारत विश्व गुरु बनेगा लेकिन तब जब वह अपने अखंड स्वरूप में पुनः अस्तित्व में आएगा। और यह तभी संभव है जब हम सब कहें कि भारत भूमि मेरी माँ है और अखण्ड भारत मेरा सपना नहीं ध्येय है ।
नगर कार्यवाह गणेश सोनी ने बताया कि आज 14 अगस्त 2021 को भारत सरकार के ग्रह विभाग के द्वारा अधिसूचना जारी की गई है जिसमें बताया गया “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” मनाने के ऐतिहासिक निर्णय का स्वागत करना चाहियें।
1947 में भारत का बंटवारा हमारे इतिहास का सबसे दर्दनाक हादसा है। विभाजन के कारण लाखों लोगों ने हिंसा, अपनों की मृत्यु और विस्थापन की विभीषिका को झेला है। इस जंग में जिन लोगों ने अपना बलिदान दिया, आज उन्हें याद करने का दिन है।
कार्यक्रम में मुख्यरूप से नगर संघचालक पारसमल सिंघवी, नगर कार्यवाह गणेश सोनी, सह कार्यवाह मुकेश गुलवानी, रमेशचंद्र भूतिया, मनोहर साहू, संदीप जैन, श्याम सिलोदिया, अनिल शर्मा, घनश्याम परमार, दिनेश परमार, विकास चौरसिया, चंदरसिंह राजपूत, विपिन बनवट, हरिओम श्रीमाल, कमलेश वर्मा, नीरज जैन, संजय पालीवाल, कुमेरसिह मेवाड़ा, रोहित भूतिया, विपिन सिंघी, प्रवीण राठौर, जितेंद्र सोनी, ऋषभ आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।