✍️आष्टा/धनंजय जाट📲 77468-98041
देश के नागरिकों के लिए अनाज उगाकर खाने की व्यवस्था करने वाला किसान आज मुसीबत में है किसान दिन रात मेहनत करके फ़सल बोता है बोनी के बाद खेतों में पानी देता है जिसमें बिजली एवं जनरेटर का इस्तेमाल किया जाता है किसान खेत में खाद, यूरिया और इसके बाद दवाइयां भी का छिड़काव करता है इसके बाद प्राकृतिक आपदाओं जैसे अल्प वर्षा, अधिक वर्षा, बाढ एवं फसलों की विभिन्न बीमारियों फसल बांझ होने , इल्ली, पीलापन आदि की समस्याओं से जूझता है और उसके बाद कहीं जाकर फसल कटने पर आती है फसल काटने में भी कृषि यंत्रों का इस्तेमाल होता है जिससे खर्च में बढ़ोतरी होती है इसके बाद जब किसान फसल बेचने जाता है तो उसे फसल की लागत भी नहीं मिलती जबकि भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में लागत का दुगना मूल्य देने का वादा किया था वादा पूरा करना तो दूर बल्कि कुछ दिनों पूर्व d a p खाद के भाव बढ़ा दिए लेकिन जनता और कांग्रेस के विरोध के बाद पुनः बड़ी कीमत वापस लेना पड़ी उक्त बातें एक विज्ञप्ति के माध्यम से शहर कांग्रेस कमेटी आष्टा के अध्यक्ष इदरीस मंसूरी ने कही उन्होंने कहा कि आज देश का किसान विभिन्न समस्याओं से गुजर रहा है। किसानों की लागत डीजल की वृद्धि के कारण लगातार बढ़ रही है पिछले 42 दिनों में 24 बार डीजल के दाम बढ़ाए गए हैं कृषि दवाइयां ओर भी महंगी हो गए हैं शहर कांग्रेस अध्यक्ष इदरीस मंसूरी ने कहा कि पिछले 42 दिन में 24 बार डीजल के दाम बढ़ाए गए हैं आज किसानों को सोयाबीन का बीज 8000 /-से ₹10000 /-प्रति कुंटल मिल रहा है बड़ी-बड़ी कंपनियों द्वारा किसानों से 3000 /-से 4000/- का सोयाबीन खरीद कर अपनी गोडाउन में जमा किया। अब वही सोयाबीन 8000/-से ₹10000 /-प्रति कुंतल किसानों को बेच रहे हैं और प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज जी अपनी खुली आंखों से इन किसानों पर हो रहे अन्याय को देख रहे हैं किसानों की इन समस्याओं को प्रदेश के मुखिया को प्राथमिकता के आधार पर हल करना चाहिए कालाबाजारी करने वाले लोगों पर कार्रवाई कर किसानों को सहयोग करते हुए सरकार किसानो को ₹4000 /-प्रति कुंटल सोयाबीन देने की व्यवस्था करनी चाहिए। इदरीस मंसूरी ने कहा कि मैं सरकार से मांग करता हूं कि किसानों को के उपयोग में लाए जाने वाले डीजल पर सब्सिडी दे और किसानों को ₹4000 /-प्रति कुंटल पर सोयाबीन का बीज उपलब्ध कराएं।