आष्टा- सागर समुदाय के पूज्य आचार्य भगवंत ज्योतिर्विद श्री जिनरत्न सागर सुरीश्वर जी महाराज साहब का विगत दिनों श्री भक्तामर महातीर्थ में समाधि पूर्वक काल धर्म हो गया । आप सागर समुदाय के पूज्य आचार्य अभ्युदय सागर जी के प्रथम शिष्य थे । दिवंगत आचार्य श्री ने जैनागम पथ पर चलते हुए अपनी कठोर तपस्चर्या , दिव्य प्रवचनों तथा साहित्य साधना के माध्यम से धर्म प्रभावना की थी । नगरपालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष कैलाश परमार , श्री जिनदत्त सूरीश्वर दादाबाड़ी के अध्यक्ष नगीन सिंघी, श्वेताम्बर श्री संघ के अध्यक्ष पारस मल सिंघी , दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष यतेंद्र श्री मोढ़, स्थानक श्री संघ अध्यक्ष लोकेंद्र बनवट , मालव गिरनार तीर्थ किला के अध्यक्ष नन्दकिशोर वोहरा दिगम्बर समाज के प्रवक्ता नरेंद्र गंगवाल सहित जैन समुदाय के सभी श्रावको ने दिवंगत आचार्य श्री को श्रद्धा सुमन अर्पित किए हैं ।