सीहोर गर्ल्स ने सीहोर ब्लू को 2-0 से हराया

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- शहर के चर्च मैदान पर जिला खेल एवं युवक कल्याण विभाग और जिला फुटबाल एसोसिएशन के तत्वाधान में ग्रीष्म कालीन फुटबाल प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत गुरुवार को खेले गए दो मुकाबले एक तरफा रहे इसमें पहला मैच सीहोर गर्ल्स ने सीहोर ब्लू को 2-0 से हराया। इधर एक अन्य मैच सीहोर क्लब ने सीहोर चिल्ड्रन ने 5-1 से जीत हासिल की।

गुरुवार को पहला मैच सीहोर गर्ल्स की टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया। इसमें गर्ल्स ने ब्लू को 2-0 से हराया। सीहोर गर्ल्स की ओर से माया-मुस्कान ने एक-एक गोल किया। इसके अलावा एक अन्य मुकाबला सीहोर क्लब और सीहोर चिल्ड्रन के मध्य खेला गया। इसमें सीहोर क्लब ने सीहोर चिल्ड्रन से 5-1 से जीत हासिल की। इसमें सीहोर क्लब की ओर से रोहित ने दो गोल, आयुष्मान, धु्रव और दीपक ने एक-एक गोल किया। इधर सीहोर चिल्ड्रन की ओर से शिवम माहेश्वरी ने एक मात्र गोल किया था।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन ने ग्राम पंचायतों में संचालित निर्माण और विकास कार्यों, शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति तथा जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत किए जा रहे कार्यो की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों को गुणवत्ता के साथ समयावधि में पूर्ण कराएं। इसके साथ ही उन्होंने शासन की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन कर ग्रामीणों तक सुगमता से योजनाओं का लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए।

जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन ने ग्रामीण क्षेत्रों में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत किए जा रहे कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि जो कार्य स्वीकृत हैं, उन्हें शीघ्र प्रारंभ कर कराया जाए तथा जो कार्य प्रगतिरत हैं उन्हें जल्द पूरा कराएं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित तालाब, जलाशय आदि जल संरचनाओं की मरम्मत तथा गहरीकरण का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए तथा नवीन जल संरचनाओं के निर्माण में भी तेजी लाएं। उन्होंने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा अभियान के तहत कराए जा रहे कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि अभियान में आमजन की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित की जाए। बैठक में संबंधित विभागों के जिला अधिकारी, जनपद पंचायत सीईओ, उपयंत्री तथा अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- सीवन नदी के पुनर्जीवन का महत्वाकांक्षी अभियान जारी है। नगर पालिका ने नदी के गहरीकरण और सौंदर्यीकरण के लिए सरकार को 25 करोड़ रुपए का प्रस्ताव भेजा है। अभियान की शुरुआत गत दिनों प्रभारी मंत्री कृष्णा गौर और राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा की उपस्थिति में की गई। नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर ने की थी। गंगा जल संवर्धन योजना के अंतर्गत चल रहे इस अभियान में बारिश से पहले इसका गहरीकरण हो सकेगा।

गुरुवार को पोकलेन मशीन की मदद से मलबा और नदी के चट्टनों को तोड़कर करीब 50 से अधिक डंपर की मदद से सफाई की गई। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार नगर पालिका के अंतर्गत महिला घाट पर पोकलेन और आधा दर्जन डंपर की मदद से नदी से मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया है। नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर ने बताया कि जल गंगा संवर्धन अभियान शहर के भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। नदी की सफाई के लिए पोकलेन मशीन और डंपर का उपयोग किया जा रहा है।

यह अभियान बारिश के मौसम तक जारी रहेगा ताकि नदी में पर्याप्त जल बना रहे और क्षेत्रवासियों को पेयजल की समस्या का सामना न करना पड़े। बारिश से पहले पूरा होना है गहरीकरण का कार्य क्षेत्रवासियों के लिए पानी रिचार्ज करने के लिए बहुत ही उपयोगी और लाइफ लाइन सीवन नदी में नगर पालिका की पहल के बाद से ही तेजी से कार्य किया जा रहा है। आगामी 30 जून से पहले ही नदी का गहरीकरण कार्य पूर्ण हो जाएगा। इससे पहले सीवन नदी के छतरी घाट का गहरीकरण कार्य किया गया था। इससे नागरिकों ने नगर पालिका अध्यक्ष श्री राठौर के प्रति आभार व्यक्त किया।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- शहर के सीवन तट पर हनुमान मंदिर गोपालधाम में शिव प्रदोष सेवा समिति के तत्वाधान में एक माह तक आयोजित होने वाले शिव शक्ति दिव्य अनुष्ठान वैशाख महापर्व का आयोजन किया जा रहा है। श्रावण मास के पहले वैशाख महीने में प्रतिदिन पंचामृत सहित अन्य से भगवान शिव का अभिषेक किया जा रहा है। समिति द्वारा वैशाख पूर्णिमा भव्य प्रसादी वितरण किया जाएगा। गुरुवार को यहां पर मौजूद श्रद्धालुओं ने यज्ञाचार्य पंडित पवन व्यास और पंडित कुणाल व्यास के मार्गदर्शन में विप्रजनों की उपस्थिति में नमक और चमक के साथ भगवान शिव का अभिषेक किया।

नमक-चमक के साथ अभिषेक एक खास तरह का रुद्राभिषेक है, जिसमें पूजन सामग्री को सामान्य रुद्राभिषेक की तुलना में पांच गुना अधिक मात्रा में उपयोग किया जाता है। यह अनुष्ठान विशेष अवसरों पर किया जाता है और इसे बहुत ही प्रभावशाली माना जाता है। शुक्रवार को प्रदोष पर किया जाएगा रुद्राभिषेक, यह उनके सभी पापों और बुरे कर्मों को उनके जीवन से दूर करने में मदद करता है। रुद्रभिषेक पूजा नकारात्मकता, और बुरे कर्मों को हटाने में मदद करती है और जीवन में सुरक्षा प्रदान करती है। रुद्रभिषेक पूजा चंद्रमा के नकारात्मक प्रभावों से छुटकारा पाने और एक मजबूत मन, अच्छा स्वास्थ्य, सद्भाव और धन रखने में मदद करती है। यह शनि ग्रहा के बुरे प्रभावों से भी मदद करता है

शिव प्रदोष सेवा समिति की ओर से मनोज दीक्षित मामा ने बताया कि समिति के द्वारा पूरे मास पंचामृत के अलावा शहद, केसर सहित अन्य से भगवान शिव का अभिषेक किया गया। इसके अलावा मंदिर परिसर में नियमित रूप से सुंदरकांड, हनुमान चालीसा पाठ, रामचरित्र मानस का पाठ किया गया। इन दिनों वैशाख का माह चल रहा है। इस महीने तेज गर्मी पड़ती है क्योंकि इस दैारान सूर्य की रोशनी धरती पर ज्यादा देर तक रहती है। साथ ही सूर्योदय जल्दी हो जाता है और सूर्यास्त देरी से होता है। इसलिए ही इस समय दिन बड़े और रातें छोटी होती है। इस कारण स्कंद पुराण में भी बताया गया है कि वैशाख महीने में जल का दान करना चाहिए,

पशु-पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करनी चाहिए और शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए। मौसम के मुताबिक ऐसा करने से कई गुना पुण्य मिलता है। भगवान शिव ने जन कल्याण के लिए समुद्र मंथन से निकला जहर पिया था। उस जहर की गर्मी से उनका शरीर नीला हो गया। उस गर्मी को कम करने के लिए ही शिवलिंग पर जल चढ़ाने की परंपरा है। वैशाख महीने में गर्मी बहुत बढ़ जाती है। इसलिए इस महीने में खासतौर से शिवालयों में जल दान का विधान है।जाने-अनजाने में हुए हर तरह के पाप, रोग, शोक और दोष दूर हो जाते- यही वजह है कि शिव मंदिरों में भगवान भोलेनाथ के ऊपर जलधारा के लिए पानी से भरी मटकी में छेद कर कुशा लगाई जाती है जिससे लगातार शिवलिंग पर जल टपकता रहे।

स्कंद और शिव पुराण के मुताबिक वैशाख महीने में सूर्योदय से पहले उठकर नहाने के बाद शिवलिंग पर जल चढ़ाने का विधान बताया है। इसके लिए तांबे के लोटे में साफ पानी या तीर्थ का जल भरें। उसमें गंगाजल की कुछ बूंदे और सफेद फूल डालें। शिवालय जाकर ये जल शिवलिंग पर चढ़ा दें। ऐसा करने से जाने-अनजाने में हुए हर तरह के पाप, रोग, शोक और दोष दूर हो जाते हैं। पुराणों में शिव पूजा के लिए वैशाख का महत्व पुराणों में बताया गया है कि श्रावण से पहले वैशाख महीने में भी शिव की विशेष आराधना करनी चाहिए। वैशाख में तेज गर्मी पड़ती है, इसलिए शिव पर जलधारा लगाई जाती है। वैशाख महीने के दौरान तीर्थ स्नान और दान का भी विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने में पशु-पक्षियों को भी जल पिलाने की व्यवस्था किए जाने की परंपरा है। जिसका विशेष पुण्य फल मिलता है।

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