बाबा साहब के बनाए संविधान से गरीब पिछड़े तबके के लोगों को ऊपर उठने का मौका मिला है – रायसिंह मेवाड़ा नगरपालिका ने वार्ड 13 में मनाई बाबा साहब अंबेडकर की जयंती

आष्टा। भारतीय संविधान के जनक भारत रत्न बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती पर देश, प्रदेश सहित नगर में विभिन्न आयोजन संपन्न हुए। नगरपालिका द्वारा वार्ड क्रमांक 13 हाथीखाना स्थित उनकी प्रतिमा स्थल पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, मुख्य नगरपालिका अधिकारी राजेश सक्सेना सहित नपा के अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए।

इस अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने कहा कि हमारा देश अंग्रेजों की गुलामी से जब मुक्त हुआ, तब हम मुक्त तो हो गए थे किंतु उस समय जो नियम थे वह अंग्रेजों के बनाए हुए थे, जिसमें जो गरीब था वह गरीब ही बना रहा और जो अमीर था वह अमीर ही रहे। अंग्रेजों के नियमों में संशोधन करते हुए एक नवीन संविधान की रचना की जिसमें गरीब तबके के लोगों को ऊपर आने का अवसर प्राप्त हुआ और आज पिछड़ी जाति के लोग संपन्न व्यक्ति बनकर समानता से आगे बढ़ रहा है। बाबा साहब अंबेडकर जयंती 14 अप्रैल का दिन सभी भारतीयों के लिए खास है,

क्योंकि यह दिन हमें बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उनके योगदान को याद करने का एक अवसर प्रदान करता है। भारत के इतिहास में जन्मे कई सारे महापुरुषों में से एक बड़ा नाम है बाबा साहब भीमाराव अंबेडकर का, जिन्होंने समाज, शिक्षा, राजनीति और न्याय व्यवस्था की दिशा में कई बदलाव किए। डॉ. भीमराव अंबेडकर ऐसे ही एक महान विचारक, समाज सुधारक, और संविधान निर्माता थे, जिनका जन्म 14 अप्रैल को हुआ था। मुख्य नगरपालिका अधिकारी राजेश सक्सेना ने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के इतिहास में कुछ ऐसे महान लोग हैं, जिन्होंने समाज की दिशा और दशा को पूरी तरह बदल दिया।

डॉ. भीमराव अंबेडकर ऐसा ही एक नाम हैं, जिनका जीवन भारत में समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व की भावना को समर्पित था। उनके सम्मान और याद में 14 अप्रैल को पूरे देश में अंबेडकर जयंती के रूप में मनाया जाता है। यह केवल एक व्यक्ति की जयंती नहीं, बल्कि एक आंदोलन की याद है। इस अवसर पर सहायक यंत्री आकाश गोयतर, मनीष श्रीवास्तव, गबू सोनी, कोमल जैन, राजेश घेंघट, सुभाष सिसौदिया, गोविंदसिंह चैहान, मोहम्मद इसरार, रमेश यादव, शिवराज अहिरवार, बाबूलाल जाटव, हरनाथसिंह मालवीय, कृष्णमोहन जोशी, राहुल मालवीय, अरूणा सोनी, नीलू ठाकुर, प्रमोद श्रीवास्तव, दीपिका जायसवाल, नरेन्द्र मालवीय, श्रवण सोलंकी आदि मौजूद थे।

आष्टा। नगरपालिका द्वारा लगभग आधा दर्जन वार्डो को जोड़ने वाले बुधवारा मार्ग पर डामरीकरण कार्य का भूमिपूजन कार्यक्रम आयोजित किया, जिसके मुख्य अतिथि विधायक गोपालसिंह इंजीनियर थे, अध्यक्षता नपाध्यक्ष श्रीमती हेमकुंवर मेवाड़ा ने की, वहीं विशेष अतिथि के रूप में नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष अंजनी विशाल चैरसिया, वार्ड पार्षद रवि शर्मा, श्रीमती लता तेजपाल मुकाती मौजूद रहे।

भूमिपूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक गोपालसिंह इंजीनियर ने कहा कि बुधवारा मार्ग नगर का मुख्य मार्ग है, लगभग सभी सामग्रियों के प्रतिष्ठान इसी मार्ग पर है, वह चाहे कपड़ा हो, किराना हो, इलेक्ट्रानिक हो या आभूषणों के प्रतिष्ठान। नगर सहित ग्राम्यांचलों से सामग्री क्रय करने आने वाले ग्रामीणजनों का इसी मार्ग पर अत्याधिक आवागमन बना रहता है। आज हमें गर्व है कि नगरपालिका द्वारा इस मार्ग का डामरीकरण कर मार्ग का सुदृढ़ीकरण करने का कार्य प्रारंभ हुआ है।

नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि बुधवारा मार्ग वर्षो पूर्व बना हुआ था, जिसके कारण अनेक जगहों पर गड्डे हो गए थे साथ ही बारिश के दौरान मार्ग अत्याधिक क्षतिग्रस्त हो गया था। परिषद के सामूहिक सहयोग से मार्ग पर डामरीकरण कर मार्ग का सुदृढ़ीकरण करने का निर्णय लिया और आज भूमिपूजन संपन्न हुआ। यह मार्ग गल चैराहा से लेकर अस्पताल के समीप स्थित पारख मेडिकल तक व्यवस्थित तरीके से लगभग 25 लाख रूपये की लागत से पूर्ण होगा।

नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने नपा के तकनीकी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मार्ग निर्माण के दौरान स्वयं मौजूद रहकर तथा निर्माण सामग्री की जांच कर ही कार्य पूर्ण कराएं। यह मार्ग नगर के प्रमुख मार्गो में से एक है, इसलिए उच्च गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए ही मार्ग का निर्माण हो। भूमिपूजन अवसर पर विशाल चैरसिया, माखन कुशवाह, सलीम ठेकेदार, गिरजा कुशवाह, अरविंद गुप्ता, मोहित सोनी, कृष्णा मेवाड़ा, रामप्रसाद प्रजापति, रामू गोस्वामी, अनिल महेश्वरी, राजेन्द्र मालवीय, लखन डूमाने आदि मौजूद थे।

पुलिस मुख्यालय द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन मुस्कान के तहत थाना आष्टा पुलिस को एक बड़ी सफलता प्राप्त हुई है। थाना आष्टा क्षेत्र अंतर्गत एक नाबालिग अपहृता को जिला राजगढ़ से दस्तयाब कर सुरक्षित उसके परिजनों के सुपुर्द किया गया। प्रकरण का संक्षिप्त विवरण:दिनांक 10.04.2025 को सेमनरी रोड, आष्टा निवासी एक फरियादी द्वारा अपनी नाबालिग पुत्री के अपहरण की रिपोर्ट थाना आष्टा में दर्ज कराई गई थी। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सीहोर श्री दीपक कुमार शुक्ला के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती सुनीता रावत एवं अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री आकाश अमलकर के

मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक गिरीश दुबे के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई।पुलिस टीम द्वारा सतत प्रयास करते हुए दिनांक 12.04.2025 को नाबालिग को जिला राजगढ़ से दस्तयाब किया गया। पीड़िता के बयान के आधार पर एक विधि विरुद्ध बालक को अभिरक्षा में लेकर आगे की वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। प्रमुख भूमिका:- निरीक्षक गिरीश दुबे, सउनि. घनश्याम दांगी, आरक्षक शिवराज, आरक्षक ज्ञानसिंह, आरक्षक शुभम उमाशंकर, महिला आरक्षक हंसा, महिला आरक्षक रजनी, आरक्षक राजेश परमार आदि का विशेष योगदान रहा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!