जन परिषद के प्रांतीय सचिव एंव आष्टा के वरिष्ठ पत्रकार अब्दुल रऊफ खान हुए सम्मानित

updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- हिंदी की दशा एवं दुर्दशा जिम्मेदार कौन,,,,,?बिषय पर
हिंदी दिवस पर १५ प्रांतों के कवियों ने अपनी उत्कृष्ट रचनाएं पड़ी, जन परिषद सीहोर एंव साहित्यिक संस्था म.प्र.शासन से मान्यता प्राप्त म.प्र.साहित्य साधना मंच, सीहोर, राष्ट्रीय कलचुरि कवि परिषद भारत,एवं अखिल भारतीय सामाजिक समरसता एवं साहित्यिक अधिवेशन तथा सम्मान समारोह मे आष्टा के अब्दुल रऊफ खान को किया सम्मानित,प्रधानमंत्री कालेज आफ एक्सीलेंस चंद्रशेखर आजाद अग्रणी महाविद्यालय के शहीद कुं.चैन सिंह सभा गृह में कार्यक्रम आयोजित किया गया ।जिसमें भारत के १५ प्रांतों के गीतकार, गज़लकार, हास्य व्यंग्यकार, छंद, मुक्तक आदि के कवियों की महफ़िल सजी ।

साहित्य साधना मंच सीहोर के संस्थापक सुरेश जायसवाल, राष्ट्रीय कलचुरि कवि परिषद भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष वृंदावन राय सरल सागर,जन परिषद के जिला अध्यक्ष डॉक्टर अनीस खान,प्रदेशाध्यक्ष राजकुमारी चौकसे, प्रेरणा भोपाल, जिलाध्यक्ष डॉ मंगलेश जायसवाल, म.प्र.साहित्य साधना मंच के प्रदेशाध्यक्ष अशोक व्यग्र भोपाल, कुशल नेतृत्व में हुए इस गरिमामयी कार्यक्रम मे जन परिषद के प्रांतीय सचिव एंव आष्टा के वरिष्ठ पत्रकार अब्दुल रऊफ खान को भी किया साहित्य साधना एंव संयुक्त मंच द्वारा सम्मानित, संरक्षक रमेश चंद्र चौकसे सागर,से.नि.संयुक्त आयुक्त डॉ राजेश राय “राज” भोपाल, सुदामा दुबे बावरी, सुरेश चौकसे भोपाल, अरविंद चौरागढे भोपाल,

संजय आरज़ू राजकोट, गिरजा शंकर राय झांसी, अब्दुल रऊफ खान लाला आष्टा, डॉ गगन नामदेव सीहोर, ईश्वर दयाल गोस्वामी रेहली, ,एड.राजेश काशिव, सुरेश त्यागी श्री मती पूजा भदौरिया, डॉ रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर, डॉ पूनम नामदेव के दिशा निर्देशन में इस वर्ष साहित्य साधना मंच के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कमलेश शर्मा कमल, डॉ अरुण श्रीवास्तव अर्णव, डॉ मंगलेश जायसवाल, कार्यक्रम प्रभारी रश्मि मिश्रा भोपाल, साक्षी जैन कालापीपल, कोषाध्यक्ष सीमा शिवहरे सुमन , सुरेश अजनबी भोपाल , सुंदर लाल जायसवाल कांटाफोड़ की प्रेरणा एवं अथक प्रयास से उक्त कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
जिसमें शासकीय चंद्रशेखर आजाद कॉलेज के प्राचार्य डॉ रोहिताश्व शर्मा मुख्य अतिथि , कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ राजेश राय “राज” रिट.संयुक्त आयुक्त अतिविशिष्ट डॉ छाया चौकसे सागर,, मुख्य वक्ता के रूप में ,

डॉ रोहिताश्व शर्मा प्राचार्य पी जी कालेज सीहोर, सर्वोच्च न्यायालय की अधिवक्ता गुंजन चौकसे, तथा विशेष अतिथि के रूप में डॉ इरशाद राही लखनऊ,,, अखिलेश राय सीहोर सीहोर जन परिषद के प्रांतीय सचिव अब्दुल रऊफ खान लाला, एड. राजेश काशिव,डॉ गगन नामदेव, रहे।द्वितीय सत्र की अध्यक्षता
प्रदेशध्यक्ष अशोक व्यग्र भोपाल ने की,विशिष्ट अतिथि जन परिषद के प्रांतीय सचिव अ. रऊफ खान ने अपने उदबोधन मे कहा की
भारतीय हिन्दी साहित्य एंव कवी सम्मलेनो का इतिहास बहुत पुराना है,आज़ादी से पूर्व और आज़ादी के बाद भी कई लब्धप्रतिष्ठ साहित्यकारों ,

और जन कवीयों ने ऐतिहासिक और साहित्यिक महत्व की हिन्दी साहित्य की प्रगति और राष्ट्रीय एकता पर प्रेरणादायक रचनाएं लिखी उनमे स्व:हजारी प्रशाद द्वीवेदी जी,वहीं महामना मदन मोहन मालवी जी ने हिन्दी को राष्ट्र भाषा बनाने की बड़े स्तर पर हिन्दी आंदोलन चलाया,
उसके बाद राष्ट्रीय कवी मेथिलीशरण गुप्त जी ने हिन्दी साहित्य की प्रगति और राष्ट्रीय एकता पर काफ़ी लिखा, आज हिन्दी की दुर्दशा के लिए कोई और नहीं हम और हमारा सामाजिक परिवेश जिम्मेदार है,उक्त आयोजन मे शामिल 15 प्रांतो के एंव साहित्य कारों को जन परिषद के माध्यम से दिये गए स्वागत चिन्ह और परिषद का सन्देश दूर दराज के 15 प्रांतो अतिथि अपने साथ लेकर गए,

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