स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश भक्ति फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता आयोजित

updatenews247.com धंनजय जाट आष्टा 7746898041- जैन मुनि परम् पूज्य श्री निर्वेग सागर जी महाराज की प्रेरणा से नगर में संचालित आचार्य विद्यासागर पाठशाला पारस विद्यायतन बड़ा बाजार में बच्चो द्वारा स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर देश भक्ति फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें बच्चो ने बड़े उत्साह और उमंग के साथ राष्ट्रीय महापुरुषों के वेश भूषा पहन कर अपनी राष्ट्र भक्ति का परिचय दिया कार्यक्रम मे पाठशाला की शिक्षिका बहने मनीषा जैन जादूगर, स्वेता जैन, कविता श्रीमोड, स्वेता जैन, नेहा अष्टपगा ज्योति जैन पोरवाल ज्योति जैन,हिमानी जैन मोनिका जैन उपस्थित रही, पाठशाला के संचालक गणो द्वारा सभी बच्चो को पुरुष्करत किया गया।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- आजादी के अमृत महोत्सव के तहत संपूर्ण देश, प्रदेश में सरकार द्वारा विभिन्न आयोजन कर राष्ट्रध्वज के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से जनजागरूकता का अभियान चलाया जा रहा है। इसी के चलते नगरपालिका द्वारा शासन के निर्देशानुसार नगर में भव्य तिरंगा रैली नपाध्यक्ष श्रीमती हेमकुंवर रायसिंह मेवाड़ा के नेतृत्व में निकाली गई जो सीएम राइज स्कूल से प्रातः 10 बजे प्रारंभ हुई जो नगर के प्रमुख मार्गो से होती हुई पुनः सीएम राइज स्कूल पहुंची जहां रैली का समापन हुआ। उक्त तिरंगा रैली में जिसमें अनुविभागीय अधिकारी नितीन टाले,

अनुविभागीय अधिकारी पुलिस आकाश अमलकर, मुख्य नगरपालिका अधिकारी विनोदकुमार प्रजापति, टीआई गिरीश दुबे, पार्वती थाना टीआई हरिसिंह परमार, सीएम राइज स्कूल प्राचार्य सितवत खान सहित विभिन्न शासकीय विभागों के प्रमुख अधिकारी, कर्मचारीगण तथा बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थीगण, पत्रकारगण, जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने तिरंगा रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का यह तिरंगा हर देशवासियों की आन, बान और शान है। हमारे देश का तिरंगा हमारे कर्त्तव्यों की याद दिलाता है। हमारे राष्ट्रीय ध्वज के तीनों रंगों का अलग-अलग महत्व है,

भगवा रंग जो कि हमें त्याग, बलिदान व वीरता एवं धर्म का पाठ पढ़ता है, द्वितीय रंग सफेद जो कि हमें शांति, सद्भाव के साथ जीवन जीने की सीख देता है। तीसरा रंग हरा जो कि हमें प्रकृति के प्रति प्रेम सीखाता है, यह धरती सदा हरी-भरी रहे इसके लिए प्रेरित करता है, इसलिए हम सभी भारतवासियों को अपने कर्त्तव्य का निर्वहन करते हुए जब भी हमारे राष्ट्रीय त्यौहार आए तब हमें अपने-अपने घरों व प्रतिष्ठानों पर तिरंगा लहराना चाहिए। इस तिरंगा रैली का भी यही उद्देश्य है कि हम सबको मिलकर अपने घरों, प्रतिष्ठानों पर राष्ट्र ध्वज तिरंगा फहराना है। इस अवसर पर नगीनचंद्र जैन, पूर्व मार्केटिंग अध्यक्ष कृपालसिंह पटाड़ा, जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि सोनू गुणवान,

नपाउपाध्यक्ष प्रतिनिधि भूरू खां, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी सुशील संचेती, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष प्रतिनिधि विशाल चौरसिया, हिउस अध्यक्ष कालू भट्ट, पार्षदगण डॉ. सलीम खान, कमलेश जैन, अरशद अली, मेहमूद अंसारी, तारा कटारिया, रवि शर्मा, तेजपाल मुकाती, व्यापार महासभा अध्यक्ष रूपेश राठौर, उमेश शर्मा, धनरूपमल जैन, राकेश प्रजापति, मोहित सोनी, अजबसिंह राजपूत, भगवतसिंह मेवाड़ा, लक्ष्मीनारायण मेवाड़ा, महेश मेवाड़ा सहित बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारीगण मौजूद थे। संचालन प्राचार्य सितवत खान ने किया तथा आभार मुख्य नगरपालिका अधिकारी विनोदकुमार प्रजपाति ने यक्त किया।

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- वर्षाकाल के दृष्टिगत सर्पदंश की घटनाओं के नियंत्रण एवं बेहतर प्रबंधन के लिए जिले की सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं को को एंटी वेनम की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। सीएमएचओ सुधीर डेहरिया ने बताया कि सर्पदंश की घटनाओं से होने वाली हानि के रोकने के लिए जिले की सभी स्वास्थ्य संस्थाओं को निर्देशित किया गया है कि वे अपनी संस्था में एंटी वेनम का आवश्यकतानुसार 03 माह का स्टॉक उपलब्ध रखें। ताकि सर्पदंश के बाद जल्द से जल्द मरीज को एंटी वेनम दिया जा सके और उनकी जान बचाई जा सके।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा आमजनों से यह अपील की गई है कि यदि सर्पदंश की घटना होती है तो तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर जल्द से जल्द एंटी वेनम लें, ताकि जानमाल के खतरे को रोका जा सके। इसके साथ ही सर्पदंश होने पर मरीज को झाड़-फूंक या देसी इलाज की बजाय तुरंत अस्पताल पहुंचाया जाये, क्योंकि पहला एक घंटा गोल्डन आवर होता है, जिसमें मरीज की जान बचाने की संभावना अधिक से अधिक होती है। उल्लेखनीय है कि वर्षा ऋतु में सांपों के प्राकृतिक आवासों में जलभराव हो जाने से वे मानव बस्तियों की ओर आ जाते हैं, जिससे सर्पदंश की घटनाएं बढ़ जाती हैं। ग्रामीण क्षेत्रों, खेतों, नदी किनारे एवं बस्तियों की परिधियों में यह खतरा अधिक होता है।

सर्पदंश से बचाव के उपाय- स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्पदंश से बचाव के लिए उपाय बताए गए हैं। सर्पदंश से बचाव के लिए खेत और जंगल में काम करते समय मोटे जूते और दस्ताने अवश्य पहनें। घरों के आस-पास सफाई रखें और घास तथा झाड़ियों से साफ सफाई रखें ताकि विषैले जीव न छुप सके। पशुपालकों पशुशालाओं में सुरक्षा के इंतजाम करें और पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करें। सांपो के छिपने की संभावित जगह जैसे पेड़, गढ्‌ढे आदि से सतर्क रहें। रात्रि में सोते समय बिस्तर को जमीन से ऊंचा रखें। रात्रि में बाहर जाते समय टॉर्च का उपयोग करें।

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