

updatenews247.com धंनजय जाट सीहोर 7746898041- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आज दिनांक 31 अक्टूबर 2025 को अधिकारी जिल द्वारा श्यामपुर सीबीएमओ डॉ नवीन मेहर के नेतृत्व में टीम गठित कर झोलाछाप अवैध | क्लीनिक पर कार्यवाही की गई जिसमें अहमदपुर में दो क्लीनिकों को सील किया गए एवं समान जब्त किया गया K.K. विश्वास को इलाज करते पाया गया इनके पास मरीज पाए गए तथा पूछने पर डिग्री, क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन तथा कोई भी एलोपैथिक दवाई देने का कोई दस्तावेज नहीं पाया गया । K.K. विश्वास का कहना है कि मेरे पाप हाई कोर्ट का आदेश है

परन्तु इस प्रकार का कोई भी आदेश K.K-विश्वास द्वारा नहीं दिखाया गया। उनका क्लीनिक पर सील बन्द कार्यवाही की गई ‘एवं पर्वत सिंह ग्राम अहमदुपुर में ही पर्वत सिंह दांगी की भी क्लीनिक पर छापामार कार्यवाही की गई जिसमें पर्वतसिंह दांगी का क्लीनिक पर सहायक भगवत साहू इलाज करते पाया गया। इनके पास भी कोई भी वैद्य डिग्री एवं दस्तावेज नहीं पाए गए। म्लीनिक के मालिक पर्वत सिंह दांगी जो कि मुख्य इलाजकर्ता है।, उनके कागज एवं डिग्री की भी पूछतास की गई किन्तु नहीं बताया गया। पर्वत सिंह दांजी को बाद- बार बुलाने पर नहीं आए। ऐलोपैथी इलाज की दवाईया एवं समान जब्त कर क्लीनिक को सील बन्द कर कार्यवाही की गरे ।

तत्पश्चात वहाँ से आगे की कार्यवाही के लिए ग्राम चरनाल जाया गया वहाँ पर एक बंगाली डॉक्टर जिनका नाम वपन T.K. विश्वास (तपन कुमार विश्वास) बताया गया जो कि अपनी किलीनिक पर इलाज करते हुए पाए गए थे। पूछने पर उनके द्वारा इलाज करने हेतु या चिकित्सा व्यवसाय हेतु किसी भी प्रकार का वैद्य डिग्री या दातावेज नहीं बताया गया एवं उनके म्लीनिक पर कॉफी मात्रा में रैलीपैथी इलाज हेतु एलोपेथिक दवाईयाँ एवं उपकरण प्राप्त हुई। उनके द्वारा ग्रामवासियों को बुलाया गया जिससे शासकीय काम में बाधा उत्पन्न कराया गया एवं टीम को धमकियाँ दिलवाई गई तथा

का सील बन्द और आगे की कार्यवाही करने से रोका गया। इस सम्बन्ध में तुरन्त टीम की मदद के लि लिए थाना अहमदपुर पुलिस अधीक्षक सीहोर एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सीहोर को तत्काल दूरभाष मोबाइल पर मदद सम्बंधी आग्रह किया गया। एवं जिला दण्डाधिकारी महोदर सीहोर की भी दूरभाष सूचित किया गया। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी महोदय सीहोर को जाँच प्रतिवेध प्रस्तुत करते हुए उपरोत चिकित्मा व्यवासीयो ( झोलाछाप) डॉक्टर के विरुध FIR कार्यवाही वैधानिक एवं शासकीय निषेधात्मक कार्यवाही हेतु प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जा रहा है।


